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कॉपीराइट क्या है और कॉपीराइट का उल्लंघन कब माना जाता है?

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको कॉपीराइट के बारें में बताने जा रहे हैं  जी हाँ दोस्तों अगर आप एक कंटेंट क्रिएटर या कंटेंट लिखते है तो आपको इसके बारें में जरूर पता होना चाहिये की कॉपीराइट क्या होता है ये कैसे लगता है आदि कई चीज़े तो चलिए आज इस आर्टिकल के माध्यम से कॉपीराइट से जुडी कई मेहत्वपुर्ण बातें जानते हैं

कॉपीराइट क्या होता है?

कॉपीराइट एक ऐसा कानून है जो इंटरनेट की दुनिया में सबसे अधिक है। कॉपीराइट कानून मूल रूप से कंटेंट निर्माता या कंटेंट लिखने वाले को एक विशेष अधिकार दिलाता है  कि यदि कोई अन्य व्यक्ति उनके द्वारा लिखी या बनाई गई किसी भी चीज़ का उपयोग करता है, तो कॉपीराइट नीति के तहत, सामग्री के असली मालिक को उन पर मुकदमा चलाने का अधिकार होता है और फिर आगे की करवाई अदालत में की जाती है  अगर अदालत में यह साबित हो जाता है कि असली सामग्री का इस्तेमाल फिर से किसी ने किया है, तो उन पर कॉपीराइट का मामला बनता है, कॉपीराइट का मतलब यह भी है कि किसी और के द्वारा किए गए काम की नकल करना उसी को कॉपीराइट कहा जाता है अगर कोई व्यक्ति इसका उल्लंघन करता है तो उसे जेल की सजा और जुरमाना दोनों देना पड़ता है। 1957 में स्वतंत्र भारत का पहला कॉपीराइट एक्ट बना था जिसे 1957 Copyright Act के नाम से जाना जाता था।

कॉपीराइट का उल्लंघन कब माना जाता है?

कोई भी लेखन, गाने, फिल्म, आदि पर लिखने व निर्माण करने वाले का पूरा लीगल अधिकार होता हैं और हमारे कानून के धारा-52 के तहत अगर कोई व्यक्ति इन चीज़ो का अपने निजी जीवन में इस्तेमाल करता है तो यह क़ानूनी तौर पर जायज है यानि इस पर किसी भी प्रकार का कॉपीराइट नहीं लगता परन्तु अगर कोई व्यक्ति निमार्णकर्ता या लेखक के मर्जी के बिना इसको बाजार में बेचता है या प्रचार आदि करता है तो इसका क़ानूनी तौर पर उल्लंघन मन जाता है और कॉपीराइट एक्ट लगाया जाता है।

कॉपीराइट बोर्ड क्या होता है ?

दोस्तों यह सुप्रीम कोर्ट के जैसे ही काम करती है यानि यह कॉपीराइट से सम्बंधित मामलो के तहत करवाई करने की एक संस्था है।  इसका अध्यक्ष उच्चतम न्यायालय का मौजूद भावी अथवा पूर्व न्यायधीश होता है और अध्यक्ष के अलावा बोर्ड में २ और सदस्य होते हैं साथ ही  कई अधिकारी व कर्मचारी होते हैं

कॉपीराइट से कैसे बचें ?

गूगल पर ऐसे कई सॉफ्टवेयर व टूल है जिनके माध्यम से आप अपने कंटेंट को चेक कर सकते है की इस पर कोई कॉपीराइट तो नहीं लग रहा है और अगर कॉपीराइट होता है तो आपको बता देते हैं की यह कटेंट कही से कॉपी किया गया है। इसके बाद ही आप अपना कंटेंट पब्लिश करें। कॉपीराइट चेक करने के लिए आप सबसे पहले अपने पुरे कंटेंट को सेलेक्ट कर के कॉपी कर ले और फिर कॉपीराइट चेकर टूल में जा कर पेस्ट कर दे इससे आपको आपके कंटेंट के कॉपी होने से जुडी चीज़े पता चल जाएगी।

ब्लॉग, वेबसाइट या यूट्यूब आदि जगह के लिए कॉपीराइट फ्री इमेज कैसे डाउनलोड करें?

वैसे तो गूगल पर ऐसे कई साडी साइट है जिनकी सहायता से आप फ्री में इमेज डाउनलोड कर सकते है जैसे pixabay pixel, unplash, Reshot, pxfuel, freevious, आदि यह सभी साइट ब्लॉग के कॉपीराइट मुफ्त इमेज के लिए बेस्ट है और  ये 100% फ्री कॉपीराइट हैं।

ऑनलाइन कॉपीराइट रेगिस्ट्रशन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज ?

इससे पहले कि हम उस प्रक्रिया पर चर्चा करें जिसका आपको पालन करना होगा यदि आप भारतीय कॉपीराइट नियम, 1957 के तहत अपना काम पंजीकृत करवाना चाहते हैं, तो हमें उन आवश्यक दस्तावेजों पर गौर करना चाहिए  जिनकी आपको  पंजीकरण करते समय आवश्यकता है। जैसे आपकी निजी डिटेल्स, यानि नाम, पता, अपने राष्ट्रीयता के बारे में बताना होगा, आप जिस काम के लिए कॉपीराइट का रेगिस्ट्रशन करना चाहते हो उसके बारें में या अगर आप उसके प्रतिनिधि हो तो आपको ये भी घोषित करना होगा की आप उसके प्रतिनिधि हैं एवं उस काम का पूरा विष्टर से विवरण भी भरना पड़ता हैं फॉर्म के साथ और उसका एक हैडिंग देना होगा और अगर आप किसी वेबसाइट का आवेदन करना चाहते हो तो आपो उस वेबसाइट का  यूआरएल देना होगा यहाँ तक की आपकी वेबसाइट किस भाषा में है भी भरना होता हैं ।

  • अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) यानि यह एक ऐसा प्रमाण पत्र होता हैं जिसमे जिसमे यह साबित हो सके की इस काम से किसी को कोई आपत्ति नहीं है | इसकी जरूरत ज्यादातर तब होती है जब आवेदक और लेखक अलग अलग होते है |
  • अगर आप किसी फोटो के लिए कॉपीराइट लगा रहे हो तो उस फोटो की 3 फोटोकॉपी चाहिए होती है।
  • पब्लिशर से अनापत्ति प्रमाण पत्र ।
  • पावर ऑफ़ अटॉर्नी।
  • कॉपीराइट का रेगिस्ट्रशन करने के बाद आपको 1 महीने का समय मिलता है जिसमे आपके द्वारा आवेदन करे हुई फाइल की जांच होती है की कही आप किसी और के फोटो या वेबसाइट का रेगिस्ट्रशन तो नहीं कर रहे ।
  • यदि काम पर किसी व्यक्ति की फोटो है तो उस व्यक्ति से भी अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा।

ऑनलाइन कॉपीराइट रेगिस्ट्रशन कैसे करें ?

ऑनलाइन कॉपीराइट रेगिस्ट्रशन करने के लिए आपको सबसे पहले भारतीय कॉपीराइट कार्यालय की वेबसाइट पर जाना होगा।

अगर आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते है तो आप अपने नज़दीकी कॉपीराइट कार्यालय में जाकर भी कर सकते हैं

भारत में कॉपीराइट की अवधि  7 साल होती है जब की अमेरिका, यूरोप जैसे अन्य देशो में 70 साल होती है।

Neha Rai

नेहा राय TechBlogHindi.com की संस्थापक - संपादक हैं। वह एक टेक कंटेंट स्पेशलिस्ट, और प्रो कंटेंट मार्केटर हैं। जब अपने वर्कस्टेशन पर नहीं होती है , तो वह अपने फोन पर Tech News & Google को लास्ट तक स्क्रॉल करते हुए पायी जा सकती है।

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