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इलेक्ट्रॉनिक डायरी क्या होती हैं और इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार किसने किया था ?

नमस्कार दोस्तों Tech Hindi Blog में आपका हार्दिक स्वागत हैं आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक डायरी के बारे में जानेगे की इलेक्ट्रॉनिक डायरी क्या हैं और इसमें क्या क्या चीज़े हम कर सकते हैं इसके क्या लाभ है और इसका आविष्कार किसने किया था? आदि कई महत्वपूर्ण बातें आपको जानने को मिलेगी। तो चलिए सबसे पहले हम आपको डायरी के बारे में बताते है की डायरी क्या होती हैं वैसे तो ज्यादातर लोग डायरी के बारे में जानतेहोंगे लेकिन जिन्हे नहीं पता वो एक बार देख ले।

डायरी क्या होती हैं

जिसमे हम अपनी रोजमर्रा की अच्छी और बुरी चीज़े या अपनी कोई ख़ास बातें आदि लिखते हैं उसे diary कहते हैं। पहले के ज़माने में डायरी लोगो के जीवन का एक हिस्सा हुआ करती थी क्यूंकि लोग अपनी सारी ही चीज़े डायरी में लिखा करते थे चाहे वो उनकी दिनचर्या हो या अपनी निजी बातें या फिर अपने व्यवसाय से जुडी चीज़े एवं कोई हिसाब किताब जिसे उन्हें काफी सम्भाल कर रखना पड़ता था। लेकिन आजकल के इस गैजेट्स के दौर ने हमारी इस परेशानी का भी समाधान कर दिया हैं और लोग Gadgets का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं जिससे अपना आधे से ज्यादा काम गैजेट द्वारा ही पूरा कर लेते हैं परन्तु आज भी कुछ लोग लिखना पसंद करते हैं लेकिन आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगो के पास इतना समय नहीं होता की वो अपनी डायरी लिख पाए और न ही हर जगह डायरी को अपने साथ ले जा सकते इसलिए कही न कहीं ये लिखने का सिलसिला कुछ कम सा होने लगा था लेकिन इलेक्ट्रॉनिक डायरी ने हमारी इस समस्या को दूर कर दिया हैं तो चलिए जानते हैं इस इलेक्ट्रॉनिक डायरी के बारें में की यह क्या होता है औरइसके क्या फायदे हैं।

इलेक्ट्रॉनिक डायरी क्या होती हैं

इलेक्ट्रॉनिक डायरी एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो डिजिटल रूप से डायरी लिखने के काम आता हैं और जब तक यह सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर या लैपटॉप में इनस्टॉल रहता हैं तब तक आप इसमें डिजिटल डायरी लिख सकते हैं। इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल आप इंटरनेट की सहायता से दुनिय के किसी भी कोने में कर सकते हो। और न ही आपको इसे संभाल कर रखने की चिंता है और ना ही खोने का डर। हम जिन डायरी का इस्तेमाल करते हैं उसमे हम एक सीमा तक लिख सकते हैं परन्तु इलेक्ट्रॉनिक डायरी में लिखने की कोई सीमा नहीं होती इसमें हम जितना मन उतना लिखसकते हैं आप इस डायरी का इस्तेमाल सिर्फ डायरी लिखने के लिए ही नहीं बल्कि अपने events, business transaction या काम के नए idea इत्यादि किसी भी चीज़ के बारे में लिखने के लिए कर सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक डायरी से हम रिमाइंडर भी लगा सकते हैं जिसके द्वारा हम अपने कोई भी अपॉइंटमेंट मीटिंग कोई ख़ास तारीख काम को याद रख सकते हैं यह बिलकुल अलार्म जैसे होता है लेकिन हम इसमें अपने रिमाइंडर का कारण भी लिख सकते हैं की हमने यह रिमाइंडर किस लिए लगाया हैं। आज के समय में हमे इलेक्ट्रॉनिक डायरी केवल कंप्यूटर में ही नहीं बल्कि स्मार्टफ़ोन, लैपटॉप, टेबलेट आदि सभी ही डिवाइस में देखने को मिलती हैं और यह सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन और वेबसाइटसभी में उपलब्ध हैं यह सभी ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे Android IOS Window आदि में काम करता हैं।वैसे तो ऐसे कई सॉफ्टवेयर हैं जिसमें आप अपनी डायरी लिख सकते हो जैसे Digital Diary, My diary, Digital diary and reminder, offline diary और इन्हे आप गूगल प्लेस्टोर से भी बड़ी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं इसमें सबसे ख़ास बात ये हैं की इसमें कई नए टूल अपडेट होते रहते हैं ताकि उपयोगकर्ताओं के फाइल और डाटा को सुरक्षित रखा जा सके और इस्तेमाल करने में आसानी रहे इसमें आप पासवर्ड भी लगा सकते हो जिससे जब आप अपना सहीपासवर्ड डालोगे तभी आप अपनी डायरी को खोल सकते हो अन्यथा आपकी डायरी कोई खोल नहीं सकता । इलेक्ट्रॉनिक डायरी सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते हैं ऑनलाइन और ऑफलाइन अगर ऑफलाइन की बात की जाए तोज्यादातर लोग ऑफलाइन ही इस्तेमाल करते हैं और इसका सारा डाटा कंप्यूटर के स्टोरेज में ही सेव होता हैं जबकि कुछ ऑनलाइन सॉफ्टवेयर हैं जिसमे उनका सारा डाटा ऑनलाइन ही स्टोर होता हैं यानि की जब आप बिना इंटरनेट के डायरी तैयार करते हो तो वह डाटा आपके कंप्यूटर के स्टोरेज में ही सेव होता हैं और जब आप इंटरनेट का इस्तेमालकर के डायरी लिखते है तो वह डाटा क्लाउड में सेव होता हैं जिसे आप कही भी किसी भी कंप्यूटर में देख सकते हैं।

वैसे तो ऐसे कई सॉफ्टवेयर हैं जिसमें आप अपनी डायरी लिख सकते हो जैसे Digital Diary, My diary, Digital diary and reminder, offline diary और इन्हे आप गूगल प्लेस्टोर से भी बड़ी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं । इसमें सबसे ख़ास बात ये हैं की इसमें कई नए टूल अपडेट होते रहते हैं ताकि उपयोगकर्ताओं के फाइल और डाटा कोसुरक्षित रखा जा सके और इस्तेमाल करने में आसानी रहे इसमें आप पासवर्ड भी लगा सकते हो जिससे जब आपअपना सही पासवर्ड डालोगे तभी आप अपनी डायरी को खोल सकते हो अन्यथा आपकी डायरी कोई खोल नहीं सकता।

इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार किसने किया ?

इलेक्ट्रॉनिक डायरी का अविष्कार सैम पित्रोदा ने किया था। सैम पित्रोदा  (Sam Pitroda) ने 1966 में अपनी पढाई खत्म कर गति कंपनी में काम करना शुरू किया था और 1975 में इस कंपनी में काम करते वक़्त इलेक्ट्रॉनिक डायरी का अविष्कारकिया था सैम पित्रोदा विदेश के नहीं बल्कि भारतीय मूल के हैं और इन्होने ही पारंपरिक डायरी की जगह इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार किया। सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यम पित्रोदा हैं। सैम पित्रोदा को भारत में सुचना व क्रांतिलाने वाले महान व्यक्तियों में से एक माना जाता हैं इनको भारतीय दूरसंचार क्रांति का जनक माना जाता हैं उन्होंनेग्रामीण भारत के हर छोटे बड़े हिस्सों में भी टेलीफोन उपलब्ध कराने का काम किया। उनका मानना यह था की Information Communication Technology भी पानी और शिक्षा की तरह महत्वपूर्ण हैं विकासशीलभारत बनाने के लिए .

चलिए अब देखते हैं की कंप्यूटर या लैपटॉप में डायरी कैसे लिखे

  • सबसे पहले आपको कंप्यूटर की स्क्रीन में माउस का राइट बटन क्लिक करना हैं और New पर जाना हैं उसके
    बाद आपको Text Document पर क्लिक करना हैं
  • उसके बाद आपकी स्क्रीन में एक फोल्डर क्रिएट हो जाएगा फिर उस फोल्डर का नाम आप अपने अनुसार कुछ
    भी रख सकते हो।
  • अब आपका फोल्डर बन गया होगा इसके बाद आप फोल्डर को खोले और खोलने के बाद आपको लिखना होगा
    .LOG लेकिन ध्यान रहे की आपको कैपिटल लेटर में लिखना होगा फिर फाइल को सेव करें ।
  • सेव करने के बाद आप इस फोल्डर को बंद कर दे और फिर से खोले फिर जब आप इसे दुबारा से खोलेंगे तो
    इसमें आटोमेटिक ही आपका Date और Time आ जाएगा जिसमे आप अपनी तारीक और समय अनुसार
    कुछ भी लिख सकते हैं और सेव कर सकते हैं

Neha Rai

नेहा राय TechBlogHindi.com की संस्थापक - संपादक हैं। वह एक टेक कंटेंट स्पेशलिस्ट, और प्रो कंटेंट मार्केटर हैं। जब अपने वर्कस्टेशन पर नहीं होती है , तो वह अपने फोन पर Tech News & Google को लास्ट तक स्क्रॉल करते हुए पायी जा सकती है।

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