SpaceX Starlink Satellite इंटरनेट क्या है
दोस्तों 21 वी सदी में दुनिया तेज़ी से बदलती हुई नज़र आ रही हैं यह बात आप भी जानते हैं की हमारे फ़ोन, कंप्यूटर आदि डिवाइस कितने स्मार्ट हो गए हैं और दिन प्रतिदिन नई नई टेक्नोलॉजी का विकास होता जा रहा हैं और साथ ही ऐसी टेक्नोलॉजी को भी खोजा जा रहा है जो हमारे जीवन को और भी ज्यादा एडवांस और हाई-टेक बना देगी लेकिन आज के समय में जो सबसे प्रसिद्ध टेक्नोलॉजी है जिसका हम सब ही इस्तेमाल करते हैं वह इंटरनेट है और इंटरनेट से दुनिया में काफी बदलाव आया हैं लेकिन दोस्तों आज भी दुनिया में ऐसी बहुत सी जगह हैं जहा पर इंटरनेट नहीं हैं दुनिया में लगभग कम से कम 7.7 बिलियन जनसँख्या हैं जिनमे से केवल 4.4 बिलियन लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और बाकि लोग भी इंटनेट का उपयोग करना चाहते है लेकिन वह ऐसे छेत्रो में रहते हैं जहां पर इंटरनेट को पहुंचना बहुत ही महंगा पड़ जाता हैं इसलिए आज हम ऐसी टेक्नोलॉजी के बारे में बताने जा रहे जो दुनिया के सभी हिस्सों को इंटरनेट दे सकती हैं जी हाँ दोस्तों इस टेक्नोलॉजी का नाम Starlink हैं तो चलिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे की Starlink इंटरनेट क्या होता हैं, यह कैसे काम करता हैं और कब लांच होगा आदि इससे जुडी कई महत्वपूर्ण जानकारी
Starlink टेक्नोलॉजी क्या हैं ?
जो हम आज के समय में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं वह हमारे पास opticle fiber cable की मदद से पहुँचता हैं जिसके कारण इस केबल को दुनिया के हर छोटे Area तक पहुँचाना बहुत महंगा पड़ जाता हैं इसलिए दुनिया के सभी हिस्सों तक इंटरनेट पहुंच पाए इसके लिए एक नई टेक्नोलॉजी का विकास किया जा रहा हैं और दुनिया के कुछ ब्रिलियन भी इस टेक्नोलॉजी का विकास करने में शामिल हो गए हैं और इन्ही में से एक टेक्नोलॉजी Starlink है। Starlink टेक्नोलॉजी एक Internet Service Provider हैं आसान भाषा में समझा जाए तो यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो दुनिया के हर छोटे बड़े हिस्सों में satellite की मदद से इंटरनेट की सुविधा प्रदान करेगी और यह एक कॉम्पैक्ट सैटालाइट हैं जिनका वजन 260 किलोग्राम हैं।
Starlink टेक्नोलॉजी का निर्माण किसने किया हैं ?
Starlink टेक्नोलॉजी का निर्माण Elon Musk ने किया हैं और यह दुनिया के हाई टेक्नोलॉजी कंपनी के मालिक है जैसे Spacex, Tesla ,SolarCity, Hyperloop Ai and Neuralink आदि और इन्होने दुनिया के हर हिस्से में इंटरनेट पहुंचने के लिए एक प्रोजेक्ट को डिज़ाइन किया हैं जिसमे सैटालाइट का इस्तेमाल किया गया हैं ।
Starlink टेक्नोलॉजी कैसे काम करेगी और कब तक लांच होगी ?
वैसे तो हमारे पास पहले से ही इंटरनेट प्रदान करने वाले कुछ सैटालाइट हैं जो पृथ्वी के Geostationary orbit में तैनात की गई हैं लेकिन इन सैटालाइट से फ़ास्ट और सस्ता इंटरनेट नहीं मिलता क्यूंकि यह geostationary orbit में है जो की समुन्दर से 36000 km की उचाई पर हैं जिसके कारण हमारे फ़ोन या किसी भी डिवाइस पर इंटरनेट पहुंचने में ज्यादा समय लगता हैं और स्पीड भी बहुत कम आती हैं इसलिए इन सैटालाइट का इस्तेमाल नहीं किया जाता हैं और इन सब परेशानियों को ध्यान में रख कर Elon Musk ने 42000 सैटालाइट को पृथ्वी के low orbit में तैनात करने के लिए सोचा हैं और यह Low Orbit समुन्दर से 500 से 1000 km की उचाई पर हैं जिसके कारण सिगनल को संचारित या प्राप्त करने में कम समय लगेगा और इसी कम उचाई की वजह से इंटरनेट की स्पीड भी काफी तेज़ होगी। Elon musk 2021 तक 12000 सैटालाइट तैनात कर चुके होंगे और अभी तक 122 सैटालाइट को तैनात कर चुके हैं। इनका रॉकेट एक बार में 60 सैटालाइट तक ले जा सकता हैं और यह एक महीने में 2 लांच करते है यानि एक महीने में 120 सैटालाइट पहुंचाए जाते हैं लेकिन 2021 तक 12000 सैटालाइट तैनात करने के लिए इन्होने अपने मल्टीप्ल रॉकेट का इस्तेमाल किया हैं और यह काम Elon musk की SpaceX को सौपा गया हैं। जब यह सभी सैटालाइट लग जाएंगे तो यह आपस में संवाद करके पृथ्वी के सभी हिस्सों तक पहुंचने में सक्षम रहेगी और यह प्रोजेक्ट 2025 से लेकर 2030 तक पूरी तरह से काम करने लगेगा ।
भारत में सैटालाइट इंटरनेट कब तक आ सकता हैं और इसका price क्या होगा ?
भारतीय सरकार का उद्देशय हैं की अगस्त 2021 तक 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को सैटालाइट इंटरनेट BroadBand Service से जोड़ा जाएगा परन्तु अभी भारत के कुछ ग्रामीण हिस्सों, नक्सल राज्यों, और द्वीप क्षेत्रों में 5000 ग्राम पंचायतो को मार्च 2021 में जोड़ने का चयन किया हैं। मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, गैल्वेन घाटी, पूर्वी लद्दाक, andman निकोबार और लक्षद्वीप आदि जगह को इंटरनेट सीधा सैटालाइट से प्राप्त होगा। SpaceX की Starlink इंटरनेट सर्विस भारत में pre-order करने के लिए उपलब्ध हो गई हैं और यह इंटरनेट सर्विस 99 डॉलर का है यानि भारतीय करेंसी के हिसाब से यह 7270 रूपये में मिलेगी। वैसे अभी के लिए फिलहाल ये इंटरनेट सर्विस बीटा टेस्टिंग में चल रही हैं और अगर आपको भी अपने छेत्र में इस सर्विस की उपलब्धता के बारे में जानना है तो आप SpaceX की वेबसाइट में जाकर अपने छेत्र की उपलब्धता के बारें में जान सकते हैं ।
सैटालाइट इंटरनेट के क्या फीचर हैं ?
- इन सैटालाइटको इस तरह बनाया गया हैं की अगर इनमे कोई खराबी आती हैं तो यह बिना वातावरण को दुष्प्रभाव पहुँचाए खुद ही जल जाएगे ।
- हर सैटालाइट को अंतरिक्ष के गंदगी से बचने के लिए ख़ास सिस्टम फिट किये गए हैं ।
- ज्यादा सैटालाइट होने के कारण वह आपस में टकरा ना सके इसके लिए सेंसर का इस्तेमाल किया हैं ताकि सभी के बिच कुछ दुरी बनी रहे ।
- सैटालाइट इंटरनेट किसी भी प्रकार की केबल पर निर्भर नहीं हैं इसलिए जहा भी Satellite receptors सिग्नल होगा वहां इंटरनेट उपलब्ध हो जाएगा ।
स्पेस-X स्टरलिंक इंटरनेट को Pre-Order kaishe करे -: