End to End Ecryption
नमस्कार दोस्तों आप सभी का Tech blog hindi में स्वागत हैं आज हम आपको बहुत ही जाने माने विषय के बारे में बताएंगे आजकल के इंटरनेट के युग में हमारी अधिकतर जरूरते इंटरनेट पर ही टिकी हुई है। और इंटरनेट ने हमारे कामो को आसान बनाने में मदद की हैं जिससे हम घर बैठे ही अपने ज्यादातर काम कर लेते है चाहे वो ऑनलाइन शॉपिंग हो या ऑनलाइन पेमेंट, नेटबैंकिंग, ऑफिस का काम, मैसेज, कॉल आदि और ऐसे में हमारा डाटा हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है । एवं हमारे लिए डाटा की सुरक्षा बहुत जरुरी हैं । क्यूंकि जहा फायदे हैं वहा नुकशान भी है और आजकल के समय में साइबर अपराध काफी मात्रा में बढ़ गए है जिससे हमारा डाटा हैकर द्वारा चोरी किया जाता हैं परन्तु अब आपको डरने की जरुरत नहीं है क्यूंकि आज आपको ऐसे सॉफ्टवेयर के बारे में बताने जारे है जिससे आपका डाटा सुरक्षित रह सकता है और वो है End to end encryption . जी हां दोस्तों यह नाम तो अपने जरूर कही न कही देखा और सुना होगा क्यूंकि आजकल इस इंटरनेट के दौर में इस शब्द को सुन्ना कोई नई बात नहीं है और यह कोई नया नहीं बल्कि यह कंप्यूटर/ साइबर की दनिया में बहुत ही प्रशिद्ध विषय हैं और इसे लोग 1000 से भी ज्यादा वर्ष पहले से इस्तेमाल करते आ रहे है अलग अलग जगहो पर लेकिन इसके बारे में जानना हमारे लिए अनिवार्य हो गया है क्यूंकि ये हमारी प्राइवेसी से जुड़ा हुआ हैं । तो चलिए आज इस आर्टिकल के माध्यम से जानेगे की End to end encryption क्या होता है कैसे काम करता है Cryptography क्या होता है ? Public key encryption कैसे काम करती हैं आदि इससे जुडी कई महत्वपूर्ण बाते ।
End to end encryption क्या होता है ?
End to end encryption सुरक्षित संचार का एक तरीका है जो किसी तीसरे तक आपके डाटा को पहुंचने से रोकता है। और आपके भेजे जाने या आने वाले कॉल मैसेज वीडियो फोटो को सिक्योर करने का काम करता हैं इससे आपके भेजे हुए मैसेज को कोई भी नहीं देख सकता और ना ही कोई और व्यक्ति इसे एक्सेस कर सकता यानी यह एक चैन की तरह काम करता है जिसमे सिर्फ receiver और sender ही होते हैं। यहाँ तक की खुद व्हाट्सप्प टीम या कोई भी अन्य अप्प की टीम भी इसमें शामिल नहीं होती । इसका इस्तेमाल सिक्योरिटी के लिए किया जाता है और यह केवल व्हाट्सप्प में ही नहीं बल्कि ऐसे बहुत से अप्प है जो एन्ड टू एन्ड एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करते हैं । और ये सिर्फ डाटा के लिए ही नहीं बल्कि Url, Strings, Database की सिक्योरिटी के लिए भी उपयोग किया जाता हैं आप अपने फ़ोन मेमोरी कार्ड जैसी चीज़ो को भी एन्क्रिप्ट कर सकते हो
End to end encryption कैसे काम करता है ?
इसमें डाटा को पूरी तरह से बदल दिया जाता है और एन्क्रिप्शन में सॉफ्टवेयर डाटा को मशीन की भाषा में बदल देता है यानी जब आप किसी को मैसेज भेजते हैं तो यह आपके मैसेज को Cryptography key के द्वारा chipper text में बदल देता हैं और इस मैसेज को पढ़ने के लिए descryption key की जरूरत होती है यह key सिर्फ उसके पास होती है जिसे मैसेज भेजा जाता हैं और जिसके पास key होती है वही उस डाटा को एक्सेस कर पाता हैं उदाहरण के लिए अगर आप किसी को कोई प्राइवेट मैसेज भेजते हो तो और आप चाहते हो की वो मैसेज कोई न पढ़े तो आप उसे एन्क्रिप्ट कर सकते हो उसके बाद आपका मैसेज एक नंबर में बदल जाएगा जैसे 655454545455645 जिससे आपका मैसेज भेजे हुए व्यक्ति के अलावा कोई भी न तो देख सकता और न ही कोई पढ़ सकता हैं। इसका इस्तेमाल ज्यादातर बैंकिंग वेबसाइट सॉफ्टवेयर ऑफिस ऑनलाइन पेमेंट आदि जगह पर होता हैं
Public key encryption कैसे काम करती हैं
दोस्तों पब्लिक key एन्क्रिप्शन, एन्क्रिप्शन का ही एक हिस्सा हैं आसान भाषा में समझा जाए तो जैसे व्हाट्सप्प, फेसबुक, इंस्टाग्राम,ट्विटर, आदि सभी सोशल मीडिया साइट पर पब्लिक एन्क्रिप्शन का ही इस्तेमाल किया जाता हैं क्यूंकि ये बहुत ही सुरक्षित होता हैं इसमें आपका डाटा काफी हद तक सुरक्षित रहता हैं । पब्लिक key एन्क्रिप्शन में प्रत्येक उपभोक्ता के पास 2 key होती हैं एक पब्लिक key और दूसरी प्राइवेट key
पब्लिक key वो key होती है जो सबके पास होती है और यह सबकी एक ही होती हैं और प्राइवेट key वो key होती है जो सिर्फ आपके पास होती हैं और यह सबकी अलग अलग होती है
Cryptography क्या होता है ?
Cryptography डाटा को ऐसी भाषा यानि कोड में बदला जाता है जिसे कोई पढ़ न सके और न ही समझ पाए बस जिसको भेजा है वो ही उसे पढ़ पाए इसके लिए हम उसे कोई ऐसा कोड या हिंट बताएगे जिससे वो समझ पाए लेकिन अब आप भी सोच रहे होंगे की ऐसा कैसे होगा तो इसके लिए सबसे पहले हम अपने डाटा को unreadable यानि जिसे पढ़ा ना जा सके (Secret code) में बदल देंगे जिन्हे हम chiper text भी कहते हैं और जिसके पास ये सीक्रेट key होगी वो ही डाटा को डिक्रिप्ट करके पढ़ पाएगा और डिक्रिप्ट डाटा को ही हम plain text भी कहते है दोस्तों Cryptography का इस्तेमाल हम क्रेडिट कार्ड एटीएम ईमेल बैंक की जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए करते हैं। Cryptography में दो प्रोसेस होते है एक encryption और दूसरा decryption एन्क्रिप्शन में plain text को chiper text में बदल दिया जाता है । decryption में इसका उल्टा होता हैं यानी इसमें चिपर टेक्स्ट प्लेन टेक्स्ट में बदल दिया जाता है ताकि डाटा को पढ़ा जा सके।